Navratri Shayari In Hindi Things To Know Before You Buy

ब्रह्मा मंत्र है जाप तुम्हारा।  जिसको जपे सकल संसारा। 

आशीर्वाद से आपका जीवन मंगलमय हो शुभ नवरात्रि !!

नवरात्रि के इस मौके पर माँ दुर्गा से प्रार्थना है !!

तुझसे है आस मेरी माँ, तभी तो करम करके धीरज धरूं

नवरात्रि के इस खास मौके पर हो आपके सपनों का सही मंजिल।

प्रफुल्ल वंदना पल्लवाधरां कातंकपोलां तुंग कुचाम् ।

आपके जीवन को रोशन करें माँ के प्यारे त्योहार,

नवरात्र के दूसरे दिन देवी ब्रम्ह्चारिणी की पूजा होती है। ब्रम्ह्चारिणी देवी को समस्त विद्याओं का ज्ञाता माना गया है। देवी ब्रम्ह्चारिणी भवानी माँ दुर्गा का दूसरा स्वरुप है। ब्रम्ह्चारिणी ब्रह्माण्ड की रचना करने वाली। ब्रह्माण्ड को जन्म देने के कारण ही देवी के दूसरे स्वरुप का नाम ब्रम्ह्चारिणी पड़ा। देवी के ब्रम्ह्चारिणी रूप में ब्रम्हा जी की शक्ति समाई हुई है। माना जाता है कि ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति के समय ब्रम्हा जी ने मनुष्यों को जन्म दिया। समय बीतता रहा , लेकिन ब्रह्माण्ड का विस्तार नहीं हो सका। ब्रम्हा जी भी आश्चर्य में पड़ गए। देवताओं के सभी प्रयास व्यर्थ होने लगे। सारे देवता निराश हो उठें तब ब्रह्मा जी ने भगवान शंकर से पूछा कि ऐसा क्यों हो रहा है। भोले शंकर बोले कि बिना देवी की शक्ति के संसार का विस्तार संभव नहीं है। सकल संसार के विस्तार हेतु माँ जगदम्बा का आशीर्वाद प्राप्त करना होगा , उन्हें प्रसन्न करना होगा। सभी देवता गण माँ भवानी की शरण में गए तब देवी ने ब्रह्माण्ड का विस्तार किया। उसके बाद से ही नारी शक्ति को माँ का स्थान मिला और गर्भ धारण करके शिशु जन्म कि नीव पड़ी। हर बच्चे में १६ गुण होते हैं और माता पिता के ४२ गुण होते हैं। जिसमें से ३६ गुण माता के माने जातें हैं।

कुछ ना चढ़ाओं नवरात्रि में माँ की थाली में,

माँ के आगमन से हो आपके दिल का हर कोना सुखमय।

दुर्गा माता के आगमन के साथ ही आपके जीवन में सुख !!

नवरात्रि के पावन अवसर पर माँ दुर्गा के !!

नवरात्रि के इस दिन पर हो आपका मनोबल बहुत मजबूत।

नवरात्रि की शुभकामनाएँ मां दुर्गा के आगमन के इस !!

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